Wednesday, June 10, 2009

नन्द लाला की धरती का सफर

एक ऐसा सफर जो अपनी आप में एक ऐसी याद सजोये हुए है । जिसको बस महसूस किया जा सकता है , और मै और मेरे दोस्त जो उस सफर में मेरे साथ थे । वोह अपनी यादो को महसूस कर सके और आप भी अपने आप को इसमे खोज सके , इसलिए चलिए आपको वही समय के बिपरीत कानपुर,आगरा ,मथुरा ,और गोकुल की गलियों में ले जाने का प्रयास करता हूं।

आपने सुना ही होगा की कोई भी सफर सुरु करने के पीछे एक कारण छुपा होता है । तो हमारे अमोल सफर के पीछे भी एक बहुत खूबसूरत कारन था । खूबसूरत इसलिए कियोंकि उस समय किसी के माँ-बाप की तमन्ना पूरी हो रही थे ,और किसी को अपना जीवन साथी मिल रहा था , मतलब हम सभी अपने एक दोस्त की शादी में जा रहे थे । और शादी थी कानपुर में जो की मेरा होम टाऊन है । सभी मेरे दोस्त नही थे बल्कि लाइफ टाइम दोस्त थे । और अगर आप लाइफ टाइम दोस्तों के साथ है ,तो सफर भी लाइफ टाइम यादगार होना चाहिए ।



और मै ऊपर वाले का अहसान मंद हूं की उसने मेरे को चुना की मै इसको प्लान कर सकू और अंजाम दे सकू। हम सभी आँखों में हसीन सपने और दिल में जोश लिए ट्रेन में सवार हो गए । उस दोस्त ने हम सभी का रिज़र्वेशन राजधानी से करवाया था । जो उसके लिए भी जीवन भर की यादगार चीज थी। और हम सभी अपने बुजुर्ग दोस्त के साथ राजधानी में बैठे।

और मैंने सामान रखने के बाद बोल की बुजुर्ग दोस्त जी मैं थोड़ा पानी की बोतल ले कर आता हूं । तो बुजुर्ग दोस्त बोले । भाई मै जनता हूं की जिन्दगी में कभी राजधानी में नही बैठा । पर मेरे से पूछ लिया कर , अभी २ मिनट रुक , अभी पानी मिल जाऐगा । बात सही थी मै पहली बार राजधानी में सफर कर रहा था । तो मेरे को पता नही था की यहाँ सब मिलता है । मैंने बस उनको यही जबाब दिया की आप जादा उर्जा मत बेस्ट करो । आपको शादी के बाद उसकी जरूरत है । तो बुजुर्ग दोस्त चुप ओ गए । और बोले की तुम बात सही कह रहे हो। बुजुर्ग दोस्त जिनकी शादी थी , उनको लेकर हम लोग कुल ७ आदमी थे ।

गाड़ी में चढ़ने के बाद २ लोग सतरंज खेलने में जुट गए ,और चार लोग तास खेलने में । और हमारे बुजुर्ग दोस्त शादी के हसीन सपनो में । आइये अब्ब आप लोगो को बाकी पाँच लोगो का थोड़ा सा परिचय दे देता हूं ।


सुरुआत करते है बंटी से । यह सर जी अपने बारे में कुछ ऐसा बोलते है की "banti khada to sabkey baap sey bada " और इनकी खासियत यह है जो की यह ख़ुद बोलते है की ... बंटी उस आदमी का नाम है जो मुर्दे का पीच्वाडा सूंघ कर बता देता है । की मुर्दा किस गम में मारा है । तुम लोग तो साले अभी जिन्दा हो। तो यह थे बंटी॥



और एक है नितेश अम्बुज । यह पटना के रहने वाले है । वही पटना जिसके बारे में मशहूर है ॥ "की सैया जन जा पटना न ता dewra ka di kauno ghatna" । इनके बारे में मै यही कह सकता हूं । की यह नारी प्रिया आइटम है । मतलब चिकने ,गुलगुले । लड़किया इनको देखकर बस यही कहती है की ।"yahi hai right choice babay"




और एक साहब जादे है । लोग उनको अंसु कहकर बुलाते है। यह आसनसोल के है । यह लव गुरु टाइप के आइटम है मेरी सभी प्रेम कहानियो की आधार सिला इन्होने ही राखी है । जबकि यह अपनी रामायण सात साल में नही लिख पाये ।



और एक साहब जादे है ॥ नाम है मनीष कुमार सिंह । नाम के सिंह है । पर शेर की जगह बन्दर नचा देते है । और उनका कहना है की "लगे रहो किनारे पर लहर जरूर आयगी..." इसका मतलब की किनारे पर लगाये रहो कभी न कभी घुस ही जायगा ।


और एक साहब है राजीव सर ॥ इनको देखकर बस यही लगता है की कोलकता में पिलास्फेर की कमी यही पूरी कर रहे । साला हर चीज पर एक कांसेप्ट है इनके पास । इनके लिए यही की" तकदीर बनाने वाले तुने कमी न की यह मुकदर की बात है किसको क्या मिला ।" तो यह था दोस्तों का परिचय ॥

मैं अपना परिचय क्या दूं । आपको तो पता है की हमारी दास्तान सब्दो में लिखी नही जा सकती .




तो यह पार्टी पहुची कानपुर । और नास्ता करने के बाद सभी गाड़ी में सवार हो गए । और मंजिल थी आगरा का ताजमहल । और भरत पुर का बर्ड सेंचुरी । पर पता चला की ताजमहल सुकरवार को बंद रहता है । और सुकरवार को केवल मुस्लिम लोग ही जा सकते थे । हम सभी जा सकते थे पर वही प्रॉब्लम एक ही थी की अगर चेक्किंग हो जाती तो सब पकडे जाते ॥

फ़िर भी सफ़र में इसको लेकर कोई प्रॉब्लम नही थी। डिस्कशन चल रहा था और टोपिक था लव ॥ आप लोगो को एक बात से अवगत करा दूं की यह एक ऐसा टोपिक है की इस पैर बोलने वालो की कमी नही है ॥ खासकर वोह लड़का जो अपनी mehbooba के baachha का मामा बन चुका है । और yaha तो सभी मामा थे ।



khir सफर aagey बड़ा और rastey में panjaabi khaney का aanad लिया गया ॥ और फ़िर से mohaabaat की sabsey बड़ी daastan को dekhney का sapna karwa को aagey ले चला ।

सभी बस यही इन्तजार कर रहे थे की बस अब्ब जल्दी आगरा पहुचे और ताज जो की सपनो में टीवी पैर देखा था अपनी आँखों के सामने हो . ..किसी ने उससे पहले ताज को देख नहीं था .. गाडी चल रही थे और कुछ की आंखे सपनो में खोने को भी सोच रही थी पर मेरे बातो के आगे सभी नींद की मस्ती को कुछ देर तक टालने की कोसिस कर रहे थे ...



और हमारी गाडी अचानक जाम में फँस गई और पता करने पर पता चला की बहन मायावती वही पर अपना चुनावी भासन दे रही थी. हमरे ग्रुप में चिकनी नितेश अम्बुज को थोडा राजनीती में रूचि है तो उन्होने वह भी कुछ अपनी चुनावी यदी ताज़ा की ..और फिलोस्फेर साहब पोपट जी ने उनका साथ दिया और हमसभी लोगो ने ध्यान से सुन लिया ..



और जब गाडी आगरा पहुचने वाली थी तो चिकनी नितेश ने कहा यार आज सुकरवार है और आज ताज महला बंद है .तो सभी बोले की कोई नहीं पहले भरतपुर चलते है .पर साम एक ५ बज रहे थे और सेंचुरी ६ बजे बंद हो जाती है ..और मेरे एक नितेश के अलावा किसी एक चिरिया देखनेका शौक नहीं था. तभी सिंह साहब एक मील के पाथेर पर मथुरा २० किलोमीटर लिखा दिखा .और उन्होने सबसे कहा की यार मथुरा चलते है ..



और पोपट साहब ने सबसे पहले हामी भरी और करवा भगवान् की नगरी की तरफ चल पड़ा ..और इसे आप बस भगवान् की माया ही बोल सकते थे कियोकी " हम तो चले थे मैखाने की तरफ़ और मंजिल मन्दिर पर जाकर ख़तम huee" मथुरा नगरी में प्रवेश करते ही सभी की आँखों में एक चमक दिखाई दे रही थी ..और कियो न हो यार ..हम उस आदमी की नगरी में थे जिसको दुनिया का पूरा आदमी कहा गया है ...

"जिसने बचपन जिया तो ऐसा की लोग कहते है की बहुत बड़ा माखन चोर जा रहा है ..और जिसने जवानी जी ऐसी की की लोग कह्तेय्की बहुत बडे कन्हिया बने फिरते फिर. जिसने पांच मूर्खो की एक अचीन सेना के आगे जीता दिया...और जिसने उपदेश दिया ऐसा की जिसपर सारे नोबेल पुरूस्कार कुर्बान है .."

जिसकी मीरा और राधा दीवानी थी ....उसकी नगरी में कुछ तो बात थे की सभी की थकावट दूर फिर गई और मन की एक अजीब सी सांति मिल रही थी..

हमे तभी एक गाइड मिला उसने बोला की २० रुपए देना सर जी पूरा गोकुल और मथुरा घुमा दूंगा .. और पोपट सर ने बोला की इसको गाडी में बिठा लो ...और आगे मई तभी लिखूंगा जब आप जो इतना पार्ट कैसा लगा ..


1 comment:

  1. sahi hai bhai sahab......yatra vratant mai aap expert hote jaa rahe ho.......accha hoga ki thoda sa apni jeevni per bhi karya kare....aapki vyangya mishrit khadi kanpuriya bhasha per aapki kafi pakad hai....ummeed karte hai ki aap aage apne college ke dino ko bhi sabse robaroo karayenge.....

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